काव्य के साथ-साथ कहानी, निबंध, इतिहास विषयक पुस्तके, लेख आदी वर्षो की लेखन यात्रा में बहुत कुछ लिखने के बाद उपन्यास की यात्रा शुरू करने से पहले खुद से ही प्रश्न किया कि मुझे यह उपन्यास क्यों लिखना है? पाठक इस उपन्यास को क्यों पढ़े? इन प्रश्नों के उत्तर के साथ मेरा नम्र प्रयास यही रहा है कि प्रेम की सूक्ष्म अनुभूति, संवेदनाएं, खुद के साथ बातचीत, मनमंथन, प्रकृति के साथ जुड़ाव, संबंधों की गरिमा जो साथ हो या फिर अलग रहते हो, तो भी प्यार, गहराई व आदर के साथ जीना, यह आधुनिक जीवन जीने के साथ भी संभव है। इन सारी अनुभूतियों को शब्दकाया देना, यह ‘रिमी द फर्स्ट ड्रॉप ऑफ रेन’ लिखने का मुख्य कारण रहा है। इतने बड़ी कैनवास के लिए उपन्यास ही उपयुक्त माध्यम हो सकता है। सागर और बारिश प्रकृति के दोनों तत्व मेरे हृदय में स्थित है। या यूं कहूं कि यह दोनों मेरे में है और मैं इन दोनों में हूं, इसलिए शीर्षक जो मेरे दिल के नज़दीक है वह ’बारीश की प्रथम बूंद’ पसन्द किया। मुझे आशा है मेरा ये उपन्यास अपने भाव प्रवाह से शुरू करके अंत तक पाठकों को भिगोकर रखेंगे।
