Silsila Zindagi Ka (Hindi) By Jatin Ranolia

जतिन एम. ए. हिंदी के छात्र है। हिसार के रहने वाले जतिन को घूमने फिरने का बहुत शौक है। हिसार की ही गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय से एम. ए. कर रहे है। अपने कॉलेज के प्रथम वर्ष से ही लिखना आरंभ किया। जतिन की एक किताब ‘ अनसुने किस्से ’ पहले ही प्रकाशित हो चुकी है। इनकी दूसरी किताब भी काव्य संग्रह ही है। लेखक ने अपनी भावनाओं को ही काव्य के रूप में संग्रह किया है। जतिन द्वारा लिखित किताब ‘ सिलसिला ज़िंदगी का ’ में संकलित छोटी छोटी रचनाएं दिल को छू जाती हैं। हृदय की भावनाओं का बहुत ही सुंदर वर्णन किया गया हैं। किताब का सबसे पसंदीदा भाग इसकी कविताएं है, जो इस स्मार्टफोन के युग में दिल और दिमाग़ को सुकून प्रदान करती है। – सुमित मालवाल (सहायक अभियंता – सिंचाई विभाग, उत्तराखंड) ये किताब अपने शीर्षक से ही बहुत कुछ बयां कर रही है। एक सफ़र की तरह है ये किताब जिसमें मां का प्यार, दोस्ती की मिठास से लेकर समाज के कड़वे सच संकलित है। रामायण से प्रेरित कुछ सीखने योग्य कविताएं भी है। – पारितोष टाक (आशुलिपिक – विद्युत मंत्रालय )