Yu hi kuchh dil se (Hindi) BY Trapti Gandhi

तृप्ति गांधी ने मनोविज्ञान में एमए और मनोचिकित्सा और परामर्श में एमएससी किया हैं। तृप्ति गांधी ओर भी कई सम्मानित विश्वविद्यालयों से ऑनलाइन पाठ्यक्रम करते हुए अनेकों प्रमाणपत्र हासिल करती रही हैं। उन्हें गद्य और कविता के माध्यम से अपने विचारों और संदेशों को लिखने और फैलाने का शौक हैं। वह लगातार समाज की बेहतरी के लिए काम करने का प्रयास भी करती हैं। एकाग्र- फोकस्ड ओन पॉजिटिव, इनकी एक पहल है जो एक निर्धारित लक्ष्य की ओर अग्रसर है जिस में जीवन में सकारात्मकता बनाए रखने और सक्रिय दृष्टिकोण को प्रोत्साहित करना शामिल हैं। लोगों को जीवन के सभी चरणों में अपने आप पर ध्यान केंद्रित करने के लिए यह पहल सक्षम और सशक्त बनाता हैं। यह पुस्तक वास्तविक जीवन की घटनाओं और अनुभवों से प्रेरित हैं। जो भी घटनाएं आस-पास घटती रहती हैं और उन्हीं से उत्पन्न हुई भावनाओं को शब्दों से पिरोया गया है और इस तरह इस कविता की पुस्तक का जन्म हुआ। मैंने हमेशा कुछ ही शब्दों में अनेक भावनाओं को व्यक्त कर पाने को एक रोमांचक चुनौती पाया है और कविता इसके लिए एक अच्छा तरीका था। इस कहावत की तरह है, ‘‘कविता वो है जिसमें जैसे एक बूंद में ही सागर को समेट लिया हो।’’ – तृप्ति गांधी